बीते रविवार की सुबह अदीस अबाबा से नैरोबी जाने के लिए इथोपियन एयरलाइंस के बोइंग 737 मैक्स 8 में सवार 149 यात्री और टीम के 8 सदस्यों की वो आखिरी उड़ान साबित हुई। विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद क्रेश हो गया और उसमें सवार सभी लोगों की मौत हो गई।
बोइंग 737 मैक्स 8 विमान की कुछ ऐसी ही दर्दनाक खबर हमनें पिछले साल अक्टूबर में भी सुनी थी जब जकार्ता से विमान के उड़ान भरने के बाद विमान जावा सागर में गिर कर नष्ट हो गया। पिछले 6 महीनों के भीतर बोइंग 737 ने सैकड़ों लोगों के लिए काल का ग्रास बन उड़ान भरी है। लगातार होते ऐसे हादसों के बाद जहां विमान यात्रियों की सुरक्षा के मामले में शक के घेरे में आ गया है वहीं बोइंग की उड़ान पर लगातार हर दूसरा देश बैन लगा रहा है।
चीन, इंडोनेशिया, सिंगापुर, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के बाद करीब 20 एयरलाइन्स कंपनियों ने इस मॉडल को उड़ने के लिए साफ मना कर दिया है। अब इस फेहरिस्त में भारत का नाम भी जुड़ गया है। आइए जानते हैं इस विमान को लेकर क्या समस्या चल रही है और इसकी क्या खासियतें हैं।
बोइंग 737 मैक्स एयरक्राफ्ट बोइंग छोटे विमानों की सीरीज का एक हिस्सा है। बोइंग ने इसे उस समय की हर नई तकनीक के साथ लॉन्च किया था। बोइंग की इस सीरीज में चार विमान हैं, 7, 8, 9 और 10. मैक्स 8 को 737-800 को बदल कर मार्केट में लाया गया था जो इसका सबसे लंबे समय तक चलने वाला मॉडल रहा है। बोइंग के यह मॉडल एक बार में 6,570 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकते हैं।
FAA सर्टिफिकेट
बोइंग की इस नई सीरीज को 30 अगस्त, 2011 को लॉन्च किया गया था, लेकिन 29 जनवरी, 2016 तक यह पहली उड़ान भर पाया था। आखिरकार इस नई सीरीज को 8 मार्च, 2017 को FAA सर्टिफिकेट मिला।
इंजन
बोइंग ने मैक्स 8 में सीएफएम इंटरनेशनल एलईएपी-1 बी इंजनों के लगे होने का दावा किया, जो कि विमानों का सबसे “बेहतर” मॉडल है। इसके अलावा कंपनी ने इंजन को “कार्बन फाइबर फैन ब्लेड्स के साथ टाइटेनियम लीडिंग एज” से लैस बताया। वहीं मैक्स सीरीज़ ने इस हवाई जहाज में सबसे मजबूत विंग लगे होने का भी दावा किया। ईंधन की बचत करने के साथ इसका इंजन बहुत कम शोर करता है। दुनिया में सबसे ज्यादा डिमांड में होने की एक वजह यह भी है कि इसका इंजन वातावरण को नुकसान पहुंचाने वाली बहुत कम गैसों को निकालता है।
मैक्स 8 की कुछ बारीकियां
MAX 8 में बैठने की क्षमता 210 यात्रियों की हैं। इसकी लंबाई 129 फीट 6 इंच (39.47 मी), 117 फीट 10 इंच (35,9 मी.) है।
MAX 8 यूएस में $ 121.6 मिलियन की कुल लागत के साथ मार्केट में आया था।
बोइंग से मिली सूचना के अनुसार, मौजूदा समय में मैक्स 8 समेत 737 मैक्स के करीब 350 विमान दुनिया भर में इस्तेमाल हो रहे हैं। बोइंग के 737 मैक्स विमान की दुनिया भर में काफी मांग है। 31 जनवरी, 2019 तक कंपनी को 4,661 विमानों का ऑर्डर मिल चुका है।
तो फिर मैक्स 8 के साथ क्या गलत हुआ
यह बताना अभी बहुत जल्दबाजी होगी कि गलत क्या हुआ है बोइंग की पिछले कुछ महीनों में हुई दोनों दुर्घटनाएं टेकऑफ़ के बाद ही हुईं है।
वहीं इसका इंजन जहां ईंधन की बचत करता है वहीं इसकी रफ्तार भी कम करता है जिससे जहाज बंद होने का खतरा बना रहता है। हालांकि कंपनी ने इससे निपटने के लिए MCAS नाम का सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया था लेकिन कई बार इस सॉफ्टवेयर के गलत निर्देश देने के कारण जहाज के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा मुठ्ठी भर पायलटों को ही इस बोइंग को उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई है।
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