हिंदी फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता-फिल्म निर्माता राज कपूर के बड़े बेटे और अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के पोते फिल्म निर्माता-निर्देशक व अभिनेता रणधीर कपूर का आज 15 फ़रवरी को 76वां जन्मदिन मना रहे…
फिल्म निर्देशन ही नहीं बल्कि एक्टिंग भी कर चुके हैं आशुतोष गोवारिकर
बॉलीवुड में ऐसे कम ही निर्देशक हैं जो लीक से हटकर फिल्में बनाने का जोखिम उठाते हैं। आशुतोष गोवारिकर का नाम इसी श्रेणी में लिया जाता है जो इतिहास पर फिल्म बनाना…
मधुबाला का कुछ ऐसा था दिलकश अंदाज़, एक दिन में 2-3 लोगों को कर देती थी प्रपोज
बॉलीवुड इतिहास की सबसे प्रसिद्ध एक्ट्रेस में से एक मधुबाला की आज 90वीं बर्थ एनिवर्सरी है। मधुबाला का असल नाम मुमताज़ जहाँ बेगम देहलवी था। हिंदी फिल्मों की इस खूबसूरत अभिनेत्री का…
बर्थ एनिवर्सरी: बॉलीवुड के रोमांटिक हीरो विनोद मेहरा को प्यार में बार-बार मिला था धोखा
हिंदी फिल्मों के अभिनेता विनोद मेहरा अपने समय में बॉलीवुड का एक जाना-पहचाना चेहरा रहे थे। एक्टिंग के अलावा उन्होंने बतौर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर फिल्में बनाईं। उनका जन्म 13 फ़रवरी, 1945 को…
बर्थ एनिवर्सरी: अभिनेता नहीं मशहूर फोटोग्राफर बनना चाहते थे प्राण साहब, संघर्ष भरा रहा जीवन
अपने जमाने के जाने माने बॉलीवुड अभिनेता प्राण साहब की 12 फ़रवरी को 103वीं बर्थ एनिवर्सरी है। उन्होंने अपने पांच दशक के फिल्मी करियर में 350 से अधिक फिल्मों में काम किया…
‘मुंह की बात सुने हर कोई, दिल के दर्द को जाने कौन..’ पढ़िए निदा फ़ाज़ली की बेहतरीन नज्में
“कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता, कहीं ज़मीन कहीं आसमाँ नहीं मिलता…” ये नज्म सुनते ही हमारे जहन में शायर निदा फ़ाज़ली का नाम सामने आ जाता है। निदा फ़ाज़ली साहित्य…
ग़ज़ल सम्राट जगजीत सिंह इकलौते बेटे की हादसे में मौत के बाद हो गए थे खामोश
अपनी ग़ज़ल गायकी से सबको मोहित करने वाले ग़ज़ल सम्राट जगजीत सिंह की आज 8 फरवरी को 82वीं बर्थ एनिवर्सरी है। वो ‘वो कागज की कश्ती’, ‘झुकी-झुकी सी नज़र’, ‘होंठों से छू…
वकालत की पढ़ाई के बीच संयोग से फिल्मों में आए थे भोजपुरी सुपरस्टार सुजीत कुमार
70 के दशक में हिंदी फिल्मों के सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ ‘आराधना’, ‘महबूबा’, ‘हाथी मेरे साथी’ और ‘अमर प्रेम’ जैसी कई सफल फिल्मों में सपोर्टिंग रोल निभाने वाले अभिनेता सुजीत कुमार…
डेथ एनिवर्सरी: बेहतरीन निर्देशक, दमदार एक्टर और बेमिसाल पटकथा लेखक थे ऋत्विक घटक
हिंदी सिनेमा में ऋत्विक घटक को एक ऐसे निर्देशक के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने अपनी फिल्मों के जरिये समाज की तल्ख सच्चाई बयां कीं। ऋत्विक घटक का जन्म 4…
जयंती: फिल्म खत्म होने के बाद दोबारा चलाया जाता था सुप्रसिद्ध कवि-गीतकार प्रदीप का गाना
‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में फर लो पानी कुछ याद उन्हें भी कर लो, जो लौट के फिर ना आएं’ जब भी ये गीत हमारे कानों में गूंजता है…
उर्मिला मातोंडकर का बतौर बाल कलाकार शुरू हुआ था फिल्मी करियर, अब राजनीति में सक्रिय
फिल्मी दुनिया मे कई कलाकार ऐसे हैं जिन्होंने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत कीं। ऐसी ही एक कलाकार है उर्मिला मातोंडकर। उर्मिला ने फिल्म ‘मासूम’ से अपने करियर…
दीप्ति नवल को चित्रकार बनते देखना चाहते थे पिता, हमेशा चर्चाओं में रहा निजी जीवन
दीप्ति नवल हिंदी सिनेमा का एक जाना पहचाना नाम है। दीप्ति को बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में ‘चश्मे बद्दूर’, ‘कथा’ और ‘साथ-साथ’ जैसी कलात्मक एवं अर्थपूर्ण फिल्मों में उनके सशक्त अभिनय के लिए…