लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियों में आरोपों का दौर भी शुरू हो चुका है। चुनाव हों या नहीं हमारे देश की राजनीति में गांधी परिवार पर हमेशा से ही परिवारवाद, वंशवाद की राजनीति करने के आरोप लगते रहे हैं। इन आरोपों का नुकसान जहां गांधी परिवार की नई पीढ़ी का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी को होता है, वहीं इसी बीच हम देश के अन्य राजनीतिक परिवारों का परिवारवाद नजरअंदाज भी कर देते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक हमारे देश की राजनीति में परिवारवाद की भरमार है। गांधी परिवार के अलावा 11 ऐसे राजनीतिक कुनबे हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में उतर रहे हैं। आइए जानते हैं उन राजनीतिक घरानों के बारे में।
महाराष्ट्र का ठाकरे परिवार
ठाकरे परिवार जिसके बिना महाराष्ट्र की राजनीति की कल्पना करना मुश्किल है। बाल ठाकरे के बाद अब पार्टी की कमान बेटे उद्धव ठाकरे संभाल रहे हैं उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे भी उनके साथ हर मंच पर दिखाई देते हैं।
दक्षिण का करूणानिधि परिवार
दक्षिण की राजनीति में करूणानिधि के जाने के बाद अब तीसरी पीढ़ी पूरी तरह से तैयार है। फिलहाल डीएमके की बागडोर करूणानिधि के बेटे स्टालिन संभाल रहे हैं लेकिन स्टालिन के बेटे उदयनिधि भी कई राजनीतिक सभाओं में भाषण देते देखे गए हैं।
आंध्र प्रदेश से एनटीआर
आंध्र प्रदेश के एनटीआर की तीसरी पीढ़ी के नेता नारा लोकेश पहले से ही राजनीति में है। नारा लोकेश एनटीआर के दामाद चंद्रबाबू नायडू का बेटे हैं जो 2017 में अपने पिता की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।
उत्तर प्रदेश तीसरी पीढ़ी का गढ़
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और संदीप अपने राजनीतिक परिवार की तीसरी पीढ़ी का नेतृत्व कर रहे हैं। सिद्धार्थनाथ सिंह लाल बहादुर शास्त्री की बेटी सुमन शास्त्री के बेटे हैं। वहीं राज्य मंत्री संदीप सिंह उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह की तीसरी पीढ़ी के नेता हैं।
उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी में भले ही अखिलेश के बाद अभी कोई नहीं है लेकिन यादव फैमिली से तीसरी पीढ़ी ने राजनीति में एंट्री ले ली है। मैनपुरी से सांसद तेज प्रताप यादव मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई रतन सिंह के पोते हैं। वहीं आरएलडी के नेता जयंत चौधरी भी चौधरी चरण सिंह की तीसरी पीढ़ी संभाल रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में एंट्री लेने वाली है तीसरी पीढ़ी
जम्मु-कश्मीर की राजनीति में शेख अब्दुल्ला की तीसरी पीढ़ी के नेता उमर अब्दुल्ला राजनीति में है और उनके पिता व पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला दिल्ली में सक्रिय रहते हैं। वहीं राज्य की मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती भी आजकल राजनीतिक मुद्दों पर अपना पक्ष रखती है।
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