ये हुआ था

मगरमच्छों को हराने वाला ‘क्रोकोडाइल हंटर’ जब एक जहरीली मछली से हार गया जिन्दगी, जानिए

मगरमच्छ को देखकर किसे डर नहीं लगता, पर कई ऐसे लोग भी थे जो लड़कर उन्हें काबू में कर लेते थे। स्टीव इरविन भी एक ऐसा ही शख्स था जो मगरमच्छों से बिलकुल भी नहीं डरता था। जी हां, उन्हें इस खतरनाक जानवर से बेहद लगाव था। वह मगरमच्छों को पकड़ लेते था इस कारण ही उन्हें ‘क्रोकोडाइल हंटर’ या ‘क्रोकोडाइल डंडी’ भी कहते हैं।

स्टीव डिस्कवरी, नेशनल ज्योग्राफिक और एनिमल प्लैनेट जैसे चैनलों पर अक्सर नजर आते थे। उन्होंने वन्य जीवों के कल्याण और उनके प्रति लोगों की दुर्भावना को दूर करने की दिशा में बहुत काम किया था और उन्होंने मगरमच्छों, सांपों और अन्य कई जीवों पर बेहतरीन फिल्में भी बनाई थीं।

लेकिन जंगली जानवरों के बीच अपना जीवन समर्पित करने वाले इरविन की मौत भी इसी कारण हुई। एक जहरीली मछली के काटने से उनकी मौत हुई। इस वन्यजीव प्रेमी का आज जन्मदिन है और श्रद्धांजलि देने के लिए गूगल ने आज डूडल भी बनाया है। आइए आपको इरविन के जीवन से जुड़ी कुछ बातों से रूबरू करवाते हैं।

शुरू से ही थे प्रकृति प्रेमी 

स्टीव का जन्म ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में 22 फरवरी, 1962 को हुआ था। उनकी माता का नाम लिन इरविन और पिता का नाम बॉब इरविन था। इरविन के पिता वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट थे। उनकी मां भी वन्यजीवों के पुनर्वास के लिए काम करती थीं।

स्टीव शुरू से ही प्रकृति प्रेमी थे जिसका कारण था उनके पिता का खुद का चिड़ियाघर होना। इसमें रेंगने वाले जन्तु जैसे सांप, मगरमच्छ, अजगर और अन्य जानवर मौजूद थे। इन जलीय जानवरों के साथ वे पले-बढ़े। स्टीव पार्क के जानवरों के साथ अपना वक्त बिताता था और उनके साथ खेलता था। उनके पास कोई विशेष डिग्री नहीं थी।

आयरिश मूल के इरविन अपने माता-पिता के साथ 1970 में ऑस्ट्रेलिया के एक राज्य क्वींसलैंड में आकर बस गए थे। वहीं पर उनके माता-पिता ने एक चिड़ियाघर खोला जिसका नाम रखा ‘बीरवाह रेप्टाइल एंड फाउना पार्क’ जिसका बाद में नाम बदलकर ‘क्वींसलैंड रेप्टाइल एंड फाउना पार्क’ कर दिया गया।

मगरमच्छों को कैसे पकड़ते हैं इसका अभ्यास उन्होंने अपने पिता के साथ रहकर सीखा था। उनके पिता ने मगरमच्छ को हैंडल करने के बारे में उनको सिखाया था। जब वह सिर्फ नौ साल के थे तो पहली बार एक मगरमच्छ से कुश्ती लड़ी थी।

जानवरों के लिए नहीं पहनी शादी की अंगूठी 

इरविन का विवाह अमेरिका में जन्मीं टेरी रेन्स से हुआ था। 1991 में टेरी छुट्टियां गुजारने के लिए ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप पर आई थीं। जब उसने स्टीव से मुलाकात की और उनके साहसिक कार्यों को देखा तो मुलाकात प्यार में बदल गई।

उन दोनों ने 4 जून, 1992 को विवाह कर लिया। इस दौरान उन्होंने शादी की अंगूठी पहनने से इनकार कर दिया था। उनका मानना था कि अंगूठी पहनना उन जानवरों के लिए खतरनाक हो सकता है जिनके लिए वे काम करते थे।

काफी लोकप्रिय थी क्रोकोडाइल हंटर टीवी सीरीज

उन्होंने अपना ज्यादातर समय मगरमच्छों को फिल्म में कैद करने पर बिताया। उनके इस फुटेज को 1992 में टीवी शो क्रोकोडाइल हंटर में शामिल कर लिया गया। ऑस्ट्रेलिया के इस टीवी शो को चार साल के बाद अमेरिका के केबल नेटवर्क ऐनिमल प्लेनेट ने ले लिया। जब यह शो लोकप्रियता के चरम पर था तो इसका प्रसारण 200 से ज्यादा देशों में होता था। सीरीज में जानवरों के साथ इरविन की खतरनाक मुठभेड़ को देखर दर्शक दंग रह जाते थे। जानलेवा सांपों, छिपकली और मगरमच्छों से भी उलझने में उनको कोई डर नहीं लगता था। उल्टा वह इसको वन्यजीव के बारे में शिक्षा देने का काम मानते थे।

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वह सोचते थे कि जानवरों से संबंधित अपनी जानकारी साझा करके और उनके प्रति लगाव दिखाकर वह अपने दर्शकों को कुछ सिखा रहे हैं। खाकी कमीज और शॉर्ट्स इरविन की पहचान बन गई थी। 2001 में आई अमेरिका की कॉमिडी फिल्म ‘डॉ.डोलिटल 2’ में एडी मर्फी के साथ इरविन नजर आए थे।

कई अवसरों पर इरविन को आलोचना क शिकार होना पड़ा था। कुछ लोगों का कहना था कि जो जानवर उनके शो में दिखते हैं, उनका इरविन शोषण कर रहे हैं।

2004 में उनकी एक हरकत की वजह से बड़ा विवाद पैदा हो गया था। जब वह एक मगरमच्छ को खिला रहे थे तो एक हाथ में अपने बेटे को पकड़ रखा था। कुछ ऐसी तस्वीरें आई थीं जिनमें दिखाया गया था कि इरविन के बेटे रॉबर्ट की ओर मगरमच्छ झपट रहा था।

सांप और मगरमच्छ के बीच ही पले-बढ़े इरविन को इन जानवरों से डर नहीं लगता था। इसी वजह से उनके पिता ने इरविन के छठे बर्थडे पर एक अजगर गिफ्ट किया था। उस अजगर की लंबाई 12 फीट थी और दुनिया के छह सबसे बड़े सांपों में से एक था।

दुखद थी स्टीव की मृत्यु 

बड़े-बड़े मगरमच्छों का आसानी से काबू में करने वाले स्टीव इरविन की मृत्यु समुद्र के अन्दर शूटिंग करने के दौरान हुई, जब उनको स्टिंगरे नामक जहरीली मछली ने काट लिया। उन्हें हेलिकॉप्टर से एक पास के अस्पताल पहुंचाया गया परंतु इलाज शुरू होने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस प्रकार ‘क्रोकोडाइल हंटर’ स्टीव इरविन की मृत्यु 4 सितंबर, 2006 को बहुत ही दुखद ढंग से हो गई थी। उनकी मौत पर दुनिया भर में शोक छा गया था। उनके सम्मान में जानवरों की कई प्रजातियों का नाम रखा गया।

Rakesh Singh

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