भाजपा सांसद व पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर आज 14 अक्टूबर को अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी को साथी उपनाम ‘गौती’ कहकर बुलाते हैं। शिशु अवस्था में जब गंभीर महज 18 दिनों के ही हुए थे, उसी समय उनके नाना-नानी ने उन्हें गोद ले लिया था। उसके बाद से वो अपने नाना-नानी के साथ ही रहते हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में गौतम गंभीर ने भाग्य आजमाया और वह क्रिकेटर से एक राजनेता भी बन गए। इस ख़ास मौके पर जानते हैं उनके जीवन के बारे में कुछ रोचक बातें…
बचपन से क्रिकेट खेल के प्रति रहा लगाव
क्रिकेटर गौतम गंभीर का जन्म 14 अक्टूबर, 1981 को एक अमीर परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम दीपक गंभीर और मां का नाम सीमा गंभीर हैं। गंभीर के पिता टेक्सटाइल बिजनेस संभालते थे और उनकी मां सीमा गंभीर गृहणी हैं। उनकी पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने अक्टूबर 2011 में नताशा जैन के साथ विवाह किया। इन दोनों की दो प्यारी बेटियां भी हैं।
गंभीर को बचपन से ही क्रिकेट में काफ़ी रुचि थी। 10 साल की उम्र में उन्होंने खेलना और ट्रेनिंग लेना शुरु कर दिया था। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में गंभीर ने दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया। साल 1999-00 में वे दिल्ली टीम में शामिल हो गए थे। डोमेस्टिक लेवल पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें टीम इंडिया में शामिल कर लिया गया। गौतम गंभीर ने 11 अप्रैल, 2003 को बांग्लादेश के खिलाफ अपने वनडे कॅरियर की शुरुआत की थी। इसके अगले 3 नवंबर, 2004 को उन्होंने टेस्ट में डेब्यू किया।
दो विश्व कप दिलाने में निभाई अहम भूमिका
गौतम गंभीर ने भारत को दो विश्व कप जीताने में अहम भूमिका निभाई। गंभीर ने श्रीलंका के खिलाफ 2011 के विश्व कप फाइनल में शानदार 97 रन बनाए थे। उन्होंने 122 गेंदों का सामना किया और अपनी पारी में 9 चौके जमाये थे। इस मैच में गंभीर टीम इंडिया की ओर से सबसे अधिक स्कोर बनाने बल्लेबाज रहे। उनकी इस पारी के दम पर भारत ने श्रीलंका को हराते हुए दूसरी बार विश्व कप अपने नाम किया। इससे पहले उन्होंने 2007 के टी-20 इंटरनेशनल वर्ल्ड कप फाइनल में 54 गेंदों पर धुंआधार 75 रन ठोके थे। पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए इस फाइनल मुकाबले में गंभीर की पारी की बदौलत टीम इंडिया ने पहले टी-20 वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था।
लगातार पांच शतक जड़ने वाले पहले भारतीय
गौतम गंभीर के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज है। गंभीर एकमात्र भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने टेस्ट में लगातार 5 शतक लगाए हैं। साल 2009 में गंभीर आईसीसी रैंकिंग में सबसे टॉप बल्लेबाज बने थे। उसी साल उन्हें ‘आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड के लिए भी चुना गया था। आईपीएल की बात करें तो गंभीर की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स दो बार वर्ष 2012 और 2014 के आईपीएल सीजन का विजेता बना। गंभीर को साल 2008 में ‘अर्जुन अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया था। गौतम गंभीर को इसी साल 16 मार्च, 2019 को क्रिकेट के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने ‘पद्मश्री’ सम्मान से नवाज़ा।
ऐसा रहा इंटरनेशनल क्रिकेट कॅरियर
गौतम गंभीर ने भारत के लिए 58 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 9 शतक और 22 अर्धशतक की मदद से 4152 रन बनाए हैं। जबकि उन्होंने 147 वनडे मैच में 11 शतक और 34 अर्धशतक की मदद से 5238 अपने नाम किए हैं। वहीं, टी-20 इंटरनेशनल की बात करें तो गंभीर ने 37 मैचों में 932 रन बनाए हैं, जिसमें 7 अर्धशतक शामिल हैं। गौतम गंभीर ने टीम इंडिया के लिए 6 वनडे मैचों में कप्तानी भी की। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने रिकॉर्ड 6 मैचों में जीत दर्ज की थी।
साल 2019 में सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे गंभीर
लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे गौतम गंभीर ने 22 मार्च, 2019 को पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी यानि बीजेपी ज्वॉइन कर ली। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गौतम गंभीर को ईस्ट दिल्ली संसदीय सीट से मैदान में उतरा। उनके सामने आप पार्टी की आतिशी मार्लेना और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली मैदान में थे। गंभीर ने पहली बार में ही अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 6 लाख 95 हजार 109 वोटों से करारी शिकस्त दी और लोकसभा पहुंचे।
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