Military vehicles are parked on the grounds of the Shenzhen Bay Sports Center in Shenzhen, China August 15, 2019. REUTERS/Thomas Peter
हांगकांग में लोकतांत्रिक चुनाव की मांग को लेकर चीन के खिलाफ पिछले कई हफ्ते से प्रदर्शन जारी है। चीन के खिलाफ इस प्रदर्शन की शुरुआत ‘प्रत्यर्पण बिल’ के विरोध में हुई थी, लेकिन अब प्रदर्शनकारी हांगकांग के चीफ एग्जेक्यूटिव कैरी लैम का इस्तीफा और लोकतांत्रिक चुनाव की मांग कर रहे हैं। खबरों के अनुसार हांगकांग में जारी प्रदर्शन पर चीन ने वहां की सीमा के नजदीकी शहर शेनझेन में भारी संख्या में सेना तैनात की है। साथ ही चीन का इशारा है कि वह प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग भी कर सकता है।
शेनझेन बे स्पोर्ट्स सेंटर में 11 अगस्त को ही टैंक, ट्रक और अन्य गाड़ियों के साथ सेना की तैनात की गई है। चीन के हांगकांग में सेना की तैनाती पर यह शंका जताई जा रही है कि चीन एक बार फिर विरोध प्रदर्शन को कुचलने के लिए तीस साल पुरानी इतिहास दोहराने की फिराक तो नहीं है।
क्या था प्रत्यर्पण विधेयक
हांगकांग सरकार ने प्रत्यर्पण विधेयक बनाया था जिसमें आपराधिक मामलों के आरोपितों और संदिग्धों को चीन में प्रत्यर्पित करने का प्रावधान था। इस विधेयक को लेकर हांगकांग में जून महीने से विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस विधेयक से हांगकांग की स्वायत्तता और यहां के नागरिकों का मानवाधिकार खतरे में पड़ा सकते हैं। इस विधेयक के विरोध होने पर बाद प्रशासन ने इसे 15 जून को वापस ले लिया था।
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