अचानक जल उठे उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हिंसक हुई भीड़ का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो को देखने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि दंगाईयों का कोई ईमान धर्म या मजहब नहीं होता। अगर होता तो इस दंगे में अपनी जान गंवाने वाले इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को मृत अवस्था में छोड़कर पुलिस थाने में आग लगाने के लिए भीड़ नहीं जाती।
वीडियो बनाने वाले वीडियो बनाते रहे और किसी ने भी एक पुलिस अफसर को मृतावस्था में देखकर ये जानने की भी कोशिश नहीं की उनकी सांसे चल भी रही है या नहीं। बता दें कि यूपी के बुलंदशहर में गोवंश मिलने पर कई हिंदूवादी संगठन विरोध प्रदर्शन करने के लिए एकसाथ जमा हो गए और यहां की कोतवाली पर हमला बोल दिया। इस पूरी हिंसा में अभी तक दो लोगों की मौत हो चुकी है।
इस हिंसा में जान गंवाने वाले इंस्पेक्टर सुबोध कुमार यूपी के एटा जिले के रहने वाले थे और उनका एक मकान मेरठ के पल्लवपुरम में भी था, जिसे बेचकर कई माह पहले उनका परिवार नोएडा सेक्टर 42 में शिफ्ट हुआ था। मृत इंस्पेक्टर के दो बेटे हैं।
रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्तान हार्दिक पांड्या…
अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…
कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…
Leave a Comment