टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी रविन्द्र जडेजा आज अपना 35वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 6 दिसंबर, 1988 को गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र के जामनगर स्थित नवागाम-खेड़ में हुआ था। जड़ेजा एक सामान्य परिवार से आते हैं। उनके पिता अनिरूद्ध सिंह एक सिक्योरिटी एजेंसी में सिक्योरिटी गार्ड (वॉचमैन) का काम करते थे और उनकी मां लता नर्स थीं। जडेजा के पिता उन्हें आर्मी ऑफिसर बनाना चाहते थे, जबकि उनकी मां लता उन्हें भारत के लिए क्रिकेट खेलते देखना चाहती थी। जडेजा की क्रिकेट में काफ़ी रूचि थी। अबतक के करियर में जडेजा ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं और भारतीय टीम को कई मौकों पर जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई हैं। इस ख़ास अवसर पर जानिए रविन्द्र जडेजा की जिंदगी के बारे में कुछ अनसुनी बातें…
मां की मौत से बेहताशा टूट गए थे जडेजा
वर्ष 2005 में एक दुर्घटना में उनकी मां की मौत हो गई और इससे जडेजा बेहताशा टूट गए थे। उन्होंने निराश होकर क्रिकेट छोड़ने तक का विचार कर लिया था। बहनों के कहने पर वो खेल में वापस लौटे और आज भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। मां के सपने को पूरा करने के लिए जडेजा ने जमकर मेहनत की और एक दिन टीम इंडिया के लिए खेलकर उनका सपना भी पूरा कर दिखाया। जडेजा ने कई मौकों पर टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई है।
सौराष्ट्र से हुई जडेजा के करियर की शुरुआत
रविन्द्र जडेजा का साल 2002 में पहली बार सौराष्ट्र की अंडर-14 टीम में चयन हुआ। उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ पहले ही मैच में 87 रन बनाए और 4 विकेट भी अपने नाम किए। 15 साल की उम्र में जडेजा सौराष्ट्र की अंडर-19 टीम में शामिल कर लिए गए। जडेजा 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रह चुके हैं। घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के दम पर वर्ष 2005 में जडेजा को भारत की अंडर-19 टीम में जगह मिलीं।
इसके बाद साल 2006 में श्रीलंका में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी जडेजा खेले थे। उस वक़्त उनकी उम्र महज 16 वर्ष थी। भारत ने वर्ष 2008 में विराट कोहली के नेतृत्व में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता, उस टीम में रविन्द्र जडेजा भी शामिल थे। इसी साल आईपीएल के प्रथम सीजन में जडेजा को राजस्थान रॉयल्स ने टीम में शामिल कर लिया था।
आईपीएल से खुली टीम इंडिया के लिए खेलने की राह
आईपीएल में अपने प्रदर्शन से चर्चा में आने के बाद फरवरी, 2009 में रविन्द्र जडेजा को टीम इंडिया के लिए वनडे और फिर टी-20 खेलने का मौका मिला। इसके बाद साल 2012 में जडेजा ने टेस्ट डेब्यू किया। अगर जडेजा के परिवार की बात करें तो उनके परिवार में 2 बहनें, पिता, उनकी पत्नी और एक बेटी शामिल हैं। रविन्द्र जडेजा की एक बहन उनका रेस्टोरेंट का बिजनेस संभालती हैं और दूसरी बहन जामनगर में नर्स हैं।
रविन्द्र जडेजा ने 17 अप्रैल 2016 को रीवा सोलंकी से शादी कीं। इन दोनों की एक बेटी निध्याना भी है, जिसका जन्म साल 2017 में हुआ। जडेजा के पास दो ऑडी कार हैं। इसके अलावा उन्हें घोड़े पालने का भी बड़ा शौक है। उनके फॉर्म हाउस में कई शानदार घोड़े हैं। जडेजा के दो उपनाम ‘जड्डू’ और ‘सर जडेजा’ हैं। जडेजा की पत्नी रिवाबा वर्तमान में जामनगर नोर्थ से भाजपा विधायक हैं।
जडेजा का अबतक ऐसा रहा है इंटरनेशनल करियर
रविन्द्र जडेजा ने भारत के लिए 8 जनवरी, 2009 को श्रीलंका के खिलाफ वनडे करियर की शुरुआत की थी। उनका टी-20 डेब्यू भी 10 फरवरी, 2009 को श्रीलंका के विरूद्ध ही हुआ। इसके करीब चार साल बाद 13 दिसंबर, 2012 को जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। जडेजा के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 197 वनडे मैचों में 13 अर्धशतक की मदद से 2756 रन बनाए हैं और 220 विकेट भी अपने नाम किए हैं।
जडेजा ने 67 टेस्ट में 3 शतक व 19 अर्धशतक की मदद से 2804 रन बनाए हैं और 275 विकेट चटकाए हैं। अगर रविन्द्र जडेजा के टी-20 इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 64 मैचों में 457 रन बनाए हैं और 51 विकेट भी झटके हैं। जडेजा ने वर्ष 2019 में हुए विश्वकप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 77 रन की बेहतरीन पारी खेलीं, लेकिन वह टीम को जीत नहीं दिला सके थे। उनके बारे में एक दिलचस्प बात ये है कि जडेजा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तीन तिहरे शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं।
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