हलचल

8 और 9 जनवरी को भारत बंद का ऐलान, जानिए क्यों और कौन कर रहा है इसका समर्थन?

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के लगभग 20 करोड़ श्रमिक मंगलवार से सरकार की कथित मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में 48 घंटे की देशव्यापी हड़ताल शुरू कर चुके हैं। इस बीच भारत बंद के आह्वान का भाजपा ने विरोध किया।

AITUC के महासचिव अमरजीत कौर के अनुसार 10 सीटीयू ने हड़ताल पर जाने का समर्थन किया है और 20 करोड़ कर्मचारियों के भारत बंद में शामिल होने की उम्मीद है। कौर ने 10 CTUs के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की जनविरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ हड़ताल में शामिल होने वाले औपचारिक और अनौपचारिक क्षेत्रों के श्रमिकों की यह सबसे बड़ी संख्या है।

एआईटीयूसी महासचिव के अनुसार, बैंकिंग, शिक्षा, कोयला, इस्पात, दूरसंचार, स्वास्थ्य, बिजली, बीमा और परिवहन जैसे क्षेत्रों में हड़ताल को समर्थन देने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि हम बुधवार को नई दिल्ली में मंडी हाउस से संसद तक विरोध मार्च करेंगे। देश भर में इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

Bharat Bandh 2019: हड़ताल का समर्थन कौन कर रहा है और क्यों

देशभर के किसान भी हड़ताल में शामिल होंगे। सीपीआई (एम) के महासचिव हन्नान मोल्लाह के अनुसार एआईकेएस और भूमि अधिकार आंदोलन 8 और 9 जनवरी को ‘ग्रामीण हड़ताल, रेल रोको और सड़क रोको का निरीक्षण करेंगे। यह कदम मोदी सरकार की ग्रामीण संकट की समस्याओं को दूर करने में विफलता के खिलाफ है। ग्रामीण किसानों की जमीन को कॉर्पोरेट से बचाने के लिए किसान आगामी आम हड़ताल में सभी समर्थन करेंगे।

हड़ताल पर जाने वाले 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों में भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस, ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस, हिंद मजदूर सभा, भारतीय ट्रेड यूनियनों का केंद्र, ट्रेड यूनियन समन्वय केंद्र, स्वयं कर्मचारी महिला संघ, ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर, ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस, लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस शामिल हैं।

कौर ने कहा है कि सरकार नौकरियां उपलब्ध करवाने में विफल रही है और यूनियनों की 12-सूत्री मांगों को नजरअंदाज कर दिया है। श्रम मुद्दों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली के नेतृत्व वाले मंत्रियों के समूह ने 2 सितंबर, 2015 की हड़ताल के बाद से किसी भी चर्चा के लिए यूनियनों को नहीं बुलाया है। हमारे पास हड़ताल पर जाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है।

कई व्यापारिक संगठनों ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के इस आह्वान को खारिज कर दिया है कि वे 8 जनवरी और 9 जनवरी को अपने प्रतिष्ठान खुले रखेंगे। RSS के सहयोगी भारतीय मजदूर संघ (BMS) कल हड़ताल में भाग नहीं लेंगे।

केरल व्यापार और उद्योग समन्वय मंच के अधिकारियों ने कल की हड़ताल में भाग नहीं लेने की कसम खाई है। केरल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन, केरल टेक्सटाइल एंड गारमेंट डीलर्स एसोसिएशन, केरल ट्रैवल मार्ट सोसाइटी, और बेकर्स एसोसिएशन ने भी हड़ताल से दूर रहने के अपने फैसले की घोषणा की है।

Neha Chouhan

12 साल का अनुभव, सीखना अब भी जारी, सीधी सोच कोई ​दिखावा नहीं, कथनी नहीं करनी में विश्वास, प्रयोग करने का ज़ज्बा, गलत को गलत कहने की हिम्मत...

Leave a Comment

Recent Posts

रोहित शर्मा ने कप्‍तान हार्दिक पांड्या को बाउंड्री पर दौड़ाया।

रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्‍तान हार्दिक पांड्या…

9 months ago

राजनाथ सिंह ने अग्निवीर स्कीम को लेकर दिया संकेत, सरकार लेगी बड़ा फैसला

अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…

9 months ago

सुप्रीम कोर्ट का CAA पर रोक लगाने से इनकार, केंद्र सरकार से मांगा जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…

9 months ago

प्रशांत किशोर ने कि लोकसभा चुनाव पर बड़ी भविष्यवाणी

चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…

9 months ago

सुधा मूर्ति राज्यसभा के लिए नामित, PM मोदी बोले – आपका स्वागत है….

आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…

10 months ago

कोलकाता हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने थामा भाजपा दामन, संदेशखाली पर बोले – महिलाओं के साथ बुरा हुआ है…

कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…

10 months ago