AUSTRALIAN OPEN​ FINAL : दमदार होगा मुकाबला, जानें कौन हैं ओसाका और क्वितोवा

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ऑस्ट्रेलियन ओपन अब अपने फाइनल मुकाबले तक पहुंच गया है। ग्रैंड स्लेम के फाइनल में जापान की स्टार टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका और चेक गणराज्य की पेट्रा क्वितोवा आमने सामने होंगी। गुरुवार को दोनों ने इस फाइनल मुकाबले के लिए अपनी जगह बनाई। गौरतलब है कि दोनों ही खिलाड़ी पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं। क्वितोवा ने अमेरिका की डेनियल कोलिंस को और ओसाका ने चेक गणराज्य की कैरोलीना प्लिस्वोका को मात देकर खिताबी मुकाबले में अपनी जगह बनाई। अब 26 जनवरी को दोनों का मुकाबला खिताब के लिए होगा। आइए आपको इन दोनों के बारे में बताते हैं…।

सेरेना को हराकर आई थीं लाइमलाइट में

Naomi Osaka

ओसाका पिछले साल अमेरिकी ओपन के फाइनल में दिग्गज खिलाड़ी सेरेना विलियम्स को हराकर खिताबी चर्चा में आई थीं। इस जीत के बाद से उनसे काफी उम्मीदें लगाई जाती रही हैं। माना जा रहा है कि फाइनल में उनका प्रदर्शन उनके आगे के कॅरियर को दिशा देगा। आपको बता दें कि ओसाका ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली एशिया की दूसरी टेनिस खिलाड़ी हैं। उनसे पहले चीन की ली ना ने तीन बार (2011, 2013, 2014) इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी। ली 2014 में चैम्पियन भी बनी थीं। खास बात यह है कि 21 साल की ओसाका टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली जापानी खिलाड़ी हैं। वर्ल्ड नंबर-4 ओसाका अब तक विंबलडन और फ्रेंच ओपन में तीसरे दौर तक का ही सफर तय कर पाईं हैं।

यदि ओसाका खिताब जीत लेती हैं तो पिछले चार साल में अमेरिकी ओपन और ऑस्ट्रेलियन ओपन लगातार जीतने वाली सेरेना के बाद वे पहली महिला खिलाड़ी होंगी। साथ ही वह विश्व रैंकिंग में रोमानिया की सिमोना हालेप को पछाड़कर नंबर वन भी हो जाएंगी।

फाइनल में चाहे जो भी हो खुश रहूंगी : क्वितोवा

Petra Kvitova

दुनिया की 8वें नंबर की महिला टेनिस खिलाड़ी क्वितोवा किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में तीसरी बार पहुंची हैं। इससे पहले उन्होंने 2011 और 2014 में विम्बलडन फाइनल खेला था और दोनों बार चैम्पियन बनीं। महिला एकल वर्ग के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में क्वितोवा ने कोलिंस को 7-6 (7-2), 6-0 से हराया। फाइनल को लेकर उत्साहित क्वितोवा का कहना है कि टेनिस मेरे लिए सब कुछ है। यही कारण है कि मैं इस खेल के लिए मैं इतनी मेहनत कर रही हूं। मैंने मेहनत की ताकि ​ग्रैंडस्लेम के फाइनल तक पहुंच सकूं। मेरा मेहनत कामयाब भी हुई और फाइनल में जगह बना चुकी हूं। फाइनल को लेकर पूरी तरह से फोकस्ड हूं। साथ ही यह भी है कि नतीजा चाहे जो भी हो मैं खुश रहूंगी।

क्वितोवा ने अभी तक केवल 2 बार विंबलडन ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट जीता है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब उनके लिए नए साल में शानदार शुरुआत हो सकता है।

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