पुलवामा आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान चौतरफ़ा आलोचना झेल रहा है। आज सारा विश्व इस बात को जानता है कि पाकिस्तान आतंक की फैक्ट्री बन चुका हैं। चीन को छोड़कर पाकिस्तान से उसका हर पड़ोसी मुल्क परेशान हैं। चाहे वह भारत हो, ईरान हो, अफगानिस्तान हो या फिर बांग्लादेश। इन पड़ोसी देशों के साथ ही कई अन्य देशों में भी पाक में प्रशिक्षित आतंकी हमला करते रहे हैं। यहां तक कि आतंकियों को पनाह देने वाला पाक कई मर्तबा तो खुद भी बड़े आतंकी हमलों का शिकार हो चुका है। लेकिन उसने आज तक आतंकियों पर कभी ठोस कार्रवाई नहीं की हैं। इससे पाकिस्तान की दुनियाभर में लगातार साख़ गिर रही है। इसी बीच दुनिया के सबसे शक्तिशाली और एक समय पाक का सबसे बड़ा मददगार रहा अमेरिका ने भी अब उसके खिलाफ़ बड़ा कदम उठाया है। इससे आने वाले दिनों में पाकिस्तानी नागारिकों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। आइये हम आपको बताते हैं अमेरिका ने पाक के खिलाफ़ ये कड़ा रूख क्यूं अपनाया है?
पाकिस्तान कई दूसरे देशों के दबाव में आतंवादियों के खिलाफ़ कार्रवाई का ढ़ोग करता है लेकिन असल में वही इनका पनाहगार है। पाक न केवल आतंकी संगठनों को फंडिग करता है बल्कि हथियार भी उपलब्ध कराता है। पाक की खुफ़िया एजेंसी आईएसआई के कहे अनुसार ये आतंकी दुनियाभर में दहशत फैलाने का काम करते हैं। आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान का यह गैरजिम्मेदाराना रवैया देखते हुए अमेरिका ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब अमेरिका आगे पाकिस्तानी नागरिकों को केवल तीन महीने का ही वीजा देगी। अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने यह ख़बर दी है। गौरतलब है कि इससे पहले तक पाकिस्तान के नागरिकों को अमेरिका की ओर से पांच साल तक का वीजा मिलता था। लेकिन अब अमेरिकी सरकार की ओर से मात्र तीन माह का ही वीजा दिया जाएगा।
पाकिस्तान को अमेरिका की ओर से नए आदेश की सूचना दे दी गई है। पाक में मौजूद अमेरिकी राजदूत ने इस बात की सूचना सरकार को दे दी है। जिसमें कहा गया है कि नए नियम के मुताबिक अब पाकिस्तान के नागरिकों को तीन महीने से ज्यादा का वीजा नहीं दिया जाएगा। अमेरिकी नए आदेश के अनुसार, वर्क वीज़ा, जर्नलिस्ट वीज़ा, ट्रांसफर वीज़ा, धार्मिक वीज़ा के लिए फीस में भी बढ़ोतरी की गई है। जानकारी के मुताबिक अभी की तक वीजा के लिए जो फीस ली जाती थी उसमें 32 से 38 डॉलर तक की बढ़ोतरी कर दी गई है। इससे अमेरिका जाने की जुगत में लगे नए वीजा धारकों को अब ज्यादा फीस चुकानी पड़ेगी। फीस बढ़ जाने के बाद अब जेब़ पर तीन से चार हजार रुपए का अतिरिक्त भार आना तय है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही जम्मू-कश्मीर राज्य के पुलवामा में हुए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हमले को भयावह हमला करार दिया था। ट्रम्प ने पुलवामा आत्मघाती हमले के बाद कहा था कि वह इस मामले की रिपोर्ट देख रहे हैं और जल्द ही पाकिस्तान के खिलाफ़ कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफ़िले पर हुए बड़े आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद ट्रम्प ने कहा कि अच्छा होगा कि आतंकवाद के खिलाफ़ भारत और पाकिस्तान एक साथ हो जाएं और मिलकर कड़ी कार्रवाई करते हुए इसका जल्द ही ख़ात्मा करें।
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गौरतलब है कि सीआरपीएफ जवानों पर हुए इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इस हमले की दुनियाभर के देशों कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान को चेताया था। हमले के 12वें दिन भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर जैश के कई आतंकी ठिकानों पर बमबारी कर तबाही मचा दी थी। जबकि पाकिस्तान अब तक कोई नुकसान की बात से इंकार करता रहा है।
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