भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मारिन ने शुक्रवार को टोक्यो ओलंपिक में भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेले गए मुकाबले में टीम को मिली हार के बाद कहा कि यह उनका भारत के साथ आखिरी टूर्नामेंट था। आपको बता दें कि शोर्ड मारिन के नेतृत्व में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उनकी कोचिंग में भारतीय महिला हॉकी टीम पहली बार ओलंपिक इतिहास में सेमीफाइनल तक पहुंचने में सफल रहीं।
ग्रेट ब्रिटेन से मिली हार के बाद रिजाइन का किया ऐलान
ग्रेट ब्रिटेन हॉकी टीम के खिलाफ़ ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में भारतीय महिला टीम को 4-3 से मिली हार के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। शोर्ड ने एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘अब मेरी कोई योजना नहीं है, यह भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ मेरा अंतिम मैच था। अब टीम जानेका के हवाले है। जानकारी के अनुसार, शोर्ड मारिन और विश्लेषणात्मक कोच जानेका शोपमैन दोनों को स्पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से कार्यकाल बढ़ाने की बात कही गई थी। लेकिन हेड कोच शोर्ड ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। माना जा रहा है कि अब शोपमैन आने वाले समय में महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच के रूप में नियुक्त किए जा सकते हैं।
2017 में महिला हॉकी टीम के कोच अपॉइंट हुए थे शोर्ड
उल्लेखनीय है कि नीदरलैंड के पूर्व हॉकी खिलाड़ी शोर्ड मारिन को वर्ष 2017 में भारतीय महिला हॉकी टीम का मुख्य कोच बनाया गया था। इसके बाद उन्हें पुरुष टीम का कोच भी नियुक्त किया गया। लेकिन साल 2018 आते-आते उन्हें फिर से महिला टीम का कोच बना दिया गया। शोर्ड का अब तक का कोचिंग करियर बेहतरीन रहा है। उनके नेतृत्व में भारतीय महिला टीम ने टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। शोर्ड मारिन कोरोना महामारी की वजह से लागू प्रतिबंधों के कारण बीते 16 महीनों से अपने घर नहीं जा पाए। उनके इस्तीफे की मुख्य वजह ये भी हो सकती है।
Read Also: 15 अगस्त को लाल किले पर भारतीय ओलंपिक दल से मिलेंगे पीएम मोदी