देश में कोरोना महामारी संकट के बीच भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देने का ऐलान किया है। दरअसल, देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने मंगलवार को 10 अप्रैल से सभी अवधि के ऋणों पर कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.35 फीसदी कटौती करने की घोषणा की। इसके साथ ही बैंक ने बचत खाता जमा पर भी ब्याज दर को 0.25 फीसदी घटाकर 2.75 फीसदी कर दिया है। कोरोना संकट में भारतीय स्टेट बैंक के इन फैसलों का फायदा उसके लाखों ग्राहकों को होगा।
ब्याज दर 7.40 फीसदी वार्षिक हो जाएगी
एसबीआई ने अपने एक बयान में कहा कि एमसीएलआर में कटौती के बाद एक वर्ष की अवधि के ऋण पर ब्याज दर 7.75 फीसदी से घटकर 7.40 फीसदी वार्षिक हो जाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि अधिकांश खुदरा ऋणों के लिए एक वर्ष की अवधि के कर्ज पर दर को पैमाना माना जाता है।
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भारतीय स्टेट बैंक ने कहा कि इससे 30 वर्ष की अवधि वाले आवास ऋण की मासिक किस्त प्रति एक लाख रुपए के लोन पर 24 रुपए कम हो जाएगी। इसके अलावा एसबीआई ने बचत खातों की जमा पर ब्याज दर को 0.25 फीसदी घटाकर 2.75 फीसदी करने की भी घोषणा की है।